गरियाबंद न्यूज़। वन विभाग मैनपुर से लगभग 7 किलोमीटर दूर पहाड़ी पर बसे गांव कंवरआमा नारीपानी में बीती रात जंगली हाथियों ने जमकर उत्पात मचाया है।

ग्रामीणों ने बताया कि करीब 30 हाथियों के झुंड ने रात 8:00 बजे के आसपास रिहायशी इलाके में घुसकर चार घरों को तोड़ फोड़ कर नुकसान पहुंचाया है। ग्राम कंवरआमा और नारीपानी तौरेंगा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत आता है।
वन विभाग मैनपुर को सुचना मिलते ही वन विभाग की संयुक्त टीम आज सुबह ग्राम कंवरआमा नारीपानी kavarama naripani पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया। वन विभाग की टीम के साथ ग्राम पंचायत तुहामेटा के सरपंच अंजूलता नागेश ने भी पीड़ित परिवारों से मुलाकात करने पहुंची।
ग्राम कंवरआमा के मंगधर पिता पदमू का मकान को हाथियों ने बुरी तरह क्षती पहुंचाया है। तथा बजारुराम सोरी के आंगन को उजाड़ दिया गया है।
ग्राम नारीपानी के घासीराम और चमार सिंह के घर को जंगली हाथियों ने तोड़ फोड़ कर घर में रखे राशन सामग्री एवं खाना बनाने की बर्तनों को तोड़ फोड़ कर नुकसान पहुंचाया है। तो वहीं ग्राम पटेल श्री देवीसिंह पिता धनसिंह के घर के पिछे दिवाल पर्दा एवं बाड़ी में लगे फलदार केले के पौधों को भारी नुक़सान पहुंचाया है।
वन विभाग मैनपुर की टीम ने स्थिति का जायजा कर मुआवजे का भरोसा दिलाते हुए पंचनामा बनाया गया।
सरपंच अंजूलता नागेश ने पीड़ित परिवारों को पंचायत की ओर से तत्काल राशन सामग्री का व्यवस्था कराई गई। तथा सरपंच अंजू लता नागेश ने ग्रामीणों को हाथियों बचने के लिए साम होते ही शासकीय पक्की भवन में ठहरने की सलाह दी ताकि किसी की जान-माल की नुकसान न हो।
ग्राम कंवरआमा नारीपानी kavarama naripani के ग्रामीण रात के अंधेरे में हाथियों से बचने के लिए वन विभाग की टीम को लम्बी रोशनी वाली टार्च व्यवस्था करने की मांग किये। तथा सरपंच अंजूलता नागेश ने भी मिडिया के सामने शासन प्रशासन से पीड़ित परिवारों के लिए पक्की मकान एवं उचित मुआवजा की मांग रखी।
सरपंच के कही कि ग्राम कंवरआमा नारीपानी में विशेष पिछड़ी जनजाति आदिवासी कमार जाति के लोग निवास करते हैं। ग्राम छोड़कर आखिर कहां जायेंगे बांस बर्तन और वन संग्रहण कर जीविकोपार्जन करते हैं सरकार इनके सुरक्षा की समुचित व्यवस्था करें।